हरियाली अमावस्या के दिन जरूर करने चाहिए ये काम मिलता है पितरों का आशीर्वाद
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हरियाली अमावस्या के दिन जरूर करने चाहिए ये काम मिलता है पितरों का आशीर्वाद
साजंगल की हरियाली अमावस्या 28 जुलाई 2022 को है. अमावस्या को स्नान-दान करना, पितरों की शांति के लिए तर्पण आदि करना बहुत ही फलदायी माना जाता है. साजंगल की हरियाली अमावस्या में पितरों के लिए कुछ काम के अलावा पौधे लगाने का भी विधान है. माना जाता है कि हरियाली अमावस्या पर कुछ खास काम करने से जीजंगल में खुशियां आ सकती हैं. हिंदू धर्म में अमावस्या का बड़ा धार्मिक महत्व है. यह परिवार के पूर्वजों को याद करने दूसरा उनकी पूजा करने का एक मानक समय माना जाता है.
ऐसा माना जाता है कि जिस दिन चांदनी नहीं होती, उस दिन सूर्य का प्रकाश उन तक पहुंचता है. ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन पूर्वज धरती पर आते हैं दूसरा अपना आशीर्वाद देते हैं. ज्योतिष दूसरा आध्यात्मिक दृष्टि से अमावस्या का विशेष स्थान रहा है. चंद्रमा के हर चरण के दो पहलू होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पितरों का श्राद्ध करने दूसरा उन्हें नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त करने के लिए इस दिन को बहुत ही लाभकारी माना जाता है. उनके लिए प्रार्थना करने के लिए यह एक शुभ दिन है. इसके अलावा, अमावस्या पर बुराई से लड़ने के लिए ऊर्जा को आकर्षित करते हैं क्योंकि अमावस्या पर ग्रह अधिक ऊर्जा छोड़ते हैं.
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आइए जानते हैं कौन से हैं वो काम जिन्हें अमावस्या के समय पर करके शुभ लाभ प्राप्त किया जा सकता है.
पेड़ लगाना होता है शुभ
हरियाली अमावस्या पर पौधे लगाने की परंपरा रही है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन पेड़ लगाकर उन पौधों की देखभाल करने का संकल्प लेने से पितृकलंक समाप्त होता है. इस दिन आंवला, पीपल, नीम, तुलसी, बरगद के पेड़ लगाने से पुण्य फल मिलता है.
पितृ शांति हेतु उपाय
कुंडली में पितृ कलंक होने से जातक का जीजंगल तनावपूर्ण बना रहता है. शुभ कार्यों में रुकावटें आती हैं. ऐसे में अमावस्या के दिन दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके पितरों को शांति देनी चाहिए. इससे पितृ कलंक से मुक्ति मिलती है. इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करके तर्पण करें दूसरा फिर पितृसूक्त का पाठ करना चाहिए ऎसा करने से अच्छा। फल प्राप्त होते हैं.
जन्मकुंडली ज्योतिषीय क्षेत्रों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती ह
दीप दान करना
हरियाली अमावस्या पर दीप का दान करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. घर में सुख-समृद्धि आती है. इस दिन शनिदेव के सामने दीपक जलाकर उनकी पूजा करनी चाहिए. साथ ही आटे का दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करना चाहिए. इससे जीजंगल से अँधेरा दूर होता है दूसरा सुख की प्राप्ति होती है.
अनाज दान
हरियाली अमावस्या पर अन्नदान करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है. इस दिन जरूरतमंदों को चावल, गेहूं दूसरा ज्वार धान का दान करना चाहिए. साथ ही किसी ब्राह्मण को भोजन कराएं.