इंदौर. मध्य प्रदेश में अगले तीन दिन तक फिर भारी राजनीतिक गहमागहमी रहेगी. पंचायत दूसरा नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब जिला, जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव होना है. बीजेपी दूसरा कांग्रेस में कड़ी टक्कर है. कोई मौका नहीं छोड़ना चाहता. जोड़-तोड़ अपने चरम पर है.
नगरीय निकाय चुनाव के बाद मध्यप्रदेश का सियासी पारा अगले तीन दिन तक उफान पर रहेगा. जिला – जनपद पंचायत अध्यक्षों के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो चुकी है. बीजेपी दूसरा कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. 27 से 29 जुलाई को जनपद पंचायत दूसरा जिला पंचायत के अध्यक्षों -उपाध्यक्षों का चुनाव होना है. ऐसे में सत्ताधारी दल बीजेपी दूसरा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बीच जोड़ तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है. आरोप प्रत्यारोप को दौर भी लग रहे हैं.
बीजेपी का पलड़ा भारी
मध्यप्रदेश में 27 दूसरा 28 जुलाई को जनपद अध्यक्षों दूसरा उपाध्यक्षों का चुनाव होना है. 29 जुलाई को जिला पंचायत अध्यक्ष दूसरा उपाध्यक्ष चुने जाने हैं. ऐसे में बीजेपी दूसरा कांग्रेस के बीच एक बार फिर खींचतान शुरू हो गई है. सियासत का गढ़ कहा जाने वाला इंदौर भी इससे अछूता नहीं है. इंदौर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद एससी महिला के लिए आरक्षित है. इंदौर में जिला पंचायत चुनाव के नतीजों में बीजेपी का पलड़ा भारी रहा है. कुल 17 वार्डों में से 12 में बीजेपी प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस के 5 सदस्य ही जीते हैं. लेकिन अब जिला पंचायत अध्यक्ष के पद को लेकर रस्साकशी जारी है.
जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए बीजेपी में ही घमासान
जिला पंचायत अध्यक्ष का पद एससी महिला के लिए आरक्षित है. जिला पंचायत के 17 वार्डो में से दो वार्ड एससी महिला के लिए आरक्षित हुए थे जिसमें बीजेपी समर्थित प्रत्याशी जीती हैं. सांवेर की कन्हैयाूबाई परमार दूसरा सांवेर की ही रीना मालवीय विजयी हुई हैं. ये दोनों ही भाजपा समर्थित प्रत्याशी हैं. इसलिए जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में कन्हैयाूबाई परमार दूसरा रीना मालवीय के बीच यानि बीजेपी में ही घमासान नजर आ रहा है. बीजेपी जिला अध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर के मुताबिक अध्यक्ष पद के प्रत्याशी को लेकर मंथन चल रहा है. इसके लिए पार्टी ने एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति भी की है. बीजेपी का ही जिला पंचायत अध्यक्ष बनेगा.
कांग्रेस उम्मीद पर कायम
जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस अपने आपको पिछड़ता हुआ महसूस कर रही है. यही वजह है कि उसे बीजेपी के ियों से उम्मीद है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव का कहना है बीजेपी जोड़ जोड़ दूसरा खरीद फरोख्त में माहिर है. ये धन बल के सहारा पर अपने अध्यक्ष बनाने में जुटी हुई है. लेकिन कांग्रेस इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी. इंदौर जिला पंचायत में हम कोशिश कर रहे हैं. लेकिन जनपद में कांग्रेस के 15 प्रत्याशी जीतकर आए हैं. इसलिए जिला दूसरा जनपद में कांग्रेस का अध्यक्ष ही बनेगा.
3 दिन रस्साकशी
प्रदेश की 313 जनपद पंचायत के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव दो चरण में 27 दूसरा 28 जुलाई को होना है. जिला पंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव 29 जुलाई को है. चुनाव गैर दलीय सहारा पर हुए हैं, इसलिए दोनों दल अपने-अपने दावे कर रहे हैं. बीजेपी ने अपने मंत्रियों को जिम्मा सौंपा है तो कांग्रेस ने अपने विधायकों को पर्यवेक्षक बनाकर भेजा है. अब देखना ये होगा कि जिला दूसरा जनपद पंचायत में आखिर कौन सी पार्टी अपना दबदबा कायम करने में कामयाब होती है.
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Tags: MP Panchayat Chunav, Municipal Corporation Elections
FIRST PUBLISHED : July 26, 2022, 15:52 IST